डेक्स रिपोर्ट-बांका
बांका। जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में सोमवार को सिविल सर्जन की अध्यक्षता में आरसीएच 2.0 (Reproductive and Child Health) पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी तथा पिरामल फाउन्डेशन के कार्यक्रम प्रबंधक ने भाग लिया।
कार्यशाला में प्रखंड स्तर से चयनित स्वास्थ्यकर्मी—02 एएनएम, 02 आशा, 01 सीएचओ, प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक तथा सदर अस्पताल के डाटा सेंटर ऑपरेटर शामिल हुए। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना, प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करना तथा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना रहा।
जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी मुकेश कुमार तथा पिरामल फाउन्डेशन के कार्यक्रम प्रबंधक मयूक कुमार ने प्रतिभागियों को गर्भवती महिलाओं की देखभाल, सुरक्षित प्रसव, नवजात शिशु की देखभाल, टीकाकरण, परिवार नियोजन और स्वास्थ्य आंकड़ों के सही संकलन एवं रिपोर्टिंग पर विस्तृत जानकारी दी। प्रतिभागियों को RCH 2.0 वेब एप्लीकेशन पर उनके व्यक्तिगत आईडी से लॉग-इन कराते हुए हैंड्स ऑन ट्रेनिंग भी प्रदान किया गया।
सिविल सर्जन ने कहा कि प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी गांव-गांव जाकर आमजन तक गुणवत्तापूर्ण सेवाएं पहुँचाने में सेतु की भूमिका निभाएंगे। उन्होंने प्रतिभागियों से अपेक्षा जताई कि प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का उपयोग वे जमीनी स्तर पर करेंगे। जिला कार्यक्रम प्रबंधक एवं जिला अनुश्रवण पदाधिकारी ने भी प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक अहम कदम बताया।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों से फीडबैक लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण कैलेंडर तैयार कर सितंबर 2025 तक जिले की सभी एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जाएगा। इस पहल से प्राथमिक स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित हो सकेंगी।