बिहार में भारी बारिश का अलर्ट, बाढ़ का खतरा बढ़ा – गंगा का जलस्तर चढ़ा

 

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पटना डेक्स रिपोर्ट..

बिहार में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। बुधवार शाम से ही कई जिलों में बादल घिरने और बारिश का दौर शुरू हो चुका है। गुरुवार को मौसम विभाग ने राज्य के 11 जिलों—पटना, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, वैशाली, शिवहर, गोपालगंज, सारण, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और सीवान—में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और कई स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है।

 

विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया के कारण बिहार में नमी बढ़ गई है, जिससे लगातार बारिश की स्थिति बनी रहेगी। विभाग का अनुमान है कि अगले 48 से 72 घंटे तक बादल छाए रहेंगे और कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इससे किसानों को सतर्क रहने और लोगों को खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े न होने की अपील की गई है।

 

बारिश से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने लगा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश और प्रयागराज व वाराणसी में गंगा के बढ़ते स्तर का असर अब बिहार पर दिखने लगा है। भागलपुर, पटना और आसपास के जिलों में गंगा का पानी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

 

राजधानी पटना में गुरुवार सुबह काले बादल छा गए और झमाझम बारिश हुई। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन जलजमाव की समस्या ने कई इलाकों में परेशानी बढ़ा दी। मौसम विभाग का कहना है कि यह बरसात का दौर अभी थमने वाला नहीं है। लगातार हो रही वर्षा ने जहां किसानों के लिए फसल की सिंचाई को आसान किया है, वहीं नदियों के उफान से खतरे की घंटी भी बजने लगी है।