बिहार के अरवल से बड़ी खबर है। जहां, रिश्वतखोर अमीन को निगरानी विभाग ने घुस लेते ही पकड़ लिया। मामला, कुर्था प्रखंड मुख्यालय में बुधवार को हुई। टीम ने दो राजस्व सर्वे अमीन स्वाति चौरसिया और रवि राज को 50 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद प्रखंड सह अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया, मामला कुर्था थाना क्षेत्र के बारा गांव का है. यहां के गौरव कुमार ने अपनी 1 एकड़ 53 डिसमिल बकास्त भूमि के सर्वे और नामांतरण के लिए आवेदन दिया था। आरोप है कि संबंधित कार्य करने के बदले दोनों अमीन ने मोटी रकम की मांग की. गौरव ने इस बात की शिकायत सीधे निगरानी विभाग से की.
शिकायत के बाद विजिलेंस टीम ने आरोपों की गुप्त जांच की, जो सही साबित हुई. इसके बाद जाल बिछाने की योजना बनाई गई. तय योजना के तहत गौरव कुमार को 50 हजार रुपये की राशि के साथ सर्वेक्षण कार्यालय भेजा गया. जैसे ही दोनों अमीन ने रकम स्वीकार की, टीम ने उन्हें मौके पर ही धर दबोचा. गिरफ्तारी की कार्रवाई इतनी तेज और सटीक थी कि दफ्तर में मौजूद बाकी कर्मचारी हक्के-बक्के रह गए. देखते ही देखते कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई और कर्मचारियों के चेहरों पर चिंता साफ झलकने लगी. सूत्रों के अनुसार, विभाग में लंबे समय से रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है. डीएसपी की अगुवाई में ऑपरेशन
इस कार्रवाई का नेतृत्व निगरानी विभाग पटना के डीएसपी संजय वर्मा ने किया. टीम में इंस्पेक्टर राजकुमार सिंह, अशोक झा, बिंदेश्वरी प्रसाद, सब-इंस्पेक्टर नीतू कुमारी, पायल कुमारी, और कांस्टेबल नागेंद्र कुमार व राजीव कुमार शामिल थे. गिरफ्तार दोनों अमीन को मौके से हिरासत में लेकर पटना भेज दिया गया.
“डीएसपी संजय वर्मा ने बताया“हमें शिकायत मिली थी कि जमीन सर्वे और नामांतरण के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है. जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद रंगे हाथ गिरफ्तारी की गई.” गिरफ्तारी के बाद कुर्था प्रखंड सह अंचल कार्यालय में माहौल तनावपूर्ण हो गया. लोग दबे स्वर में चर्चा करते रहे कि विभाग में इस तरह के भ्रष्टाचार का यह कोई नया मामला नहीं है. विजिलेंस टीम की यह कार्रवाई बाकी कर्मचारियों के लिए भी चेतावनी मानी जा रही है.
Written By – Amarjeet Kumar