कटोरिया में खुलेगा जिले का पहला सरकारी ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर और ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन

 

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डेक्स रिपोट- बांका

बांका  जिले के कटोरिया में परिवहन विभाग की ओर से जिले का पहला सरकारी ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की मंजूरी मिल गई है। यह सेंटर 10 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन भी बनाया जाएगा, जो 3500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में संचालित होगा। दोनों योजनाओं के लिए सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है।

 

एडीएम अजीत कुमार ने कटोरिया अंचलाधिकारी को सरकारी जमीन चिन्हित कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। जमीन उपलब्ध होने के बाद इंजीनियर प्राक्कलन तैयार करेंगे और परिवहन विभाग को भेजा जाएगा। इसके आधार पर निर्माण कार्य के लिए राशि आवंटित की जाएगी।

 

ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर की विशेषताएं

 

ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में आधुनिक ड्राइविंग ट्रैक, प्रशासनिक कार्यालय, पार्किंग और गैरेज की सुविधा होगी। यहां प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर वाहन चालकों को लाइट एवं हैवी मोटर व्हीकल चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान चालकों को वाहन संचालन के साथ-साथ यातायात नियमों और ट्रैफिक सिग्नल की जानकारी भी दी जाएगी।

 

प्रशिक्षण की अवधि 21 दिन होगी। इस अवधि के बाद ही चालक ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जिला परिवहन कार्यालय में आवेदन कर सकेंगे। वहीं, लाइसेंस रिन्यूअल के लिए तीन दिन का प्रशिक्षण अनिवार्य होगा। इस व्यवस्था से चालकों को न केवल सही ढंग से वाहन चलाना सिखाया जाएगा बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रशासन का मानना है कि प्रशिक्षित चालकों के सड़क पर उतरने से सड़क हादसों में कमी आएगी।

 

ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन की सुविधा

 

ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर के साथ-साथ कटोरिया में एक ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा। इसका संचालन परिवहन विभाग द्वारा किया जाएगा। वर्तमान में वाहनों की फिटनेस जांच मैनुअल पद्धति से होती है, जिसमें समय अधिक लगता है और गड़बड़ी की संभावना बनी रहती है।

 

ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन खुलने के बाद वाहन मालिकों और चालकों को फिटनेस जांच के लिए एमवीआई कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। यहां मशीनों की मदद से वाहनों की फिटनेस जांच तेजी और पारदर्शिता के साथ होगी। खास बात यह है कि किसी भी जिले का वाहन मालिक राज्य के किसी भी ऑटोमेटिक फिटनेस स्टेशन पर जांच करा सकेगा।

 

जिलेवासियों को लाभ

 

अब तक जिले में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर न होने के कारण लोगों को प्रशिक्षण लेने के लिए अन्य जिलों का रुख करना पड़ता था। निजी संस्थानों में प्रशिक्षण महंगा होने के साथ कई परेशानियां भी झेलनी पड़ती थीं। वहीं, हैवी मोटर व्हीकल का लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों को मोटी रकम खर्च करनी पड़ती थी।

 

सरकारी ट्रेनिंग सेंटर खुलने से ये समस्याएं दूर होंगी। चालक नाममात्र शुल्क पर गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही ऑटोमेटिक फिटनेस स्टेशन खुलने से वाहनों की जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और वाहन मालिकों को राहत मिलेगी।

 

पदाधिकारी का बयान

 

जिले के एमवीआई जितेंद्र कुमार ने बताया कि कटोरिया में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर और ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन दोनों खोले जाएंगे। जमीन चिन्हित करने का कार्य जारी है। इसके बाद प्राक्कलन बनाकर परिवहन विभाग को भेजा जाएगा। विभाग की ओर से राशि आवंटित होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

 

इस तरह कटोरिया में इन दोनों योजनाओं के क्रियान्वयन से न केवल वाहन चालकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि जिले में सड़क सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।

 

 

 

 

छठ पूजा शुभकामनाएँ
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