बिहार में बाढ़ का कहर: गांव बने टापू, सड़क संपर्क टूटा, चार स्कूल डूबे

 

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बाढ़ का कहर: गांव बने टापू, सड़क संपर्क टूटा, चार स्कूल डूब

रिपोर्ट -बिहार डेक्स

बिहार के कटिहार जिले के कुरसेला प्रखंड में गंगा और कोसी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। नेपाल में हो रही भारी बारिश का सीधा असर बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों पर पड़ा है। गुरुवार शाम तक गंगा का जलस्तर 30.98 सेंटीमीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान के बेहद करीब है। इससे इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।

 

पत्थर टोला और बाघमारा गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क डूब चुकी है, जिससे प्रखंड मुख्यालय से इनका संपर्क पूरी तरह टूट गया है। दियारा क्षेत्र के कई गांव अब टापू में तब्दील हो गए हैं, जहां चारों ओर सिर्फ पानी का ही घेरा है। बाढ़ का पानी दर्जनों घरों और खेतों में घुस चुका है। मक्का, पाट और धान की खरीफ फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। इसके अलावा चार सरकारी स्कूलों में भी पानी भर गया है, जिससे पठन-पाठन ठप हो गया है।

 

तीनघरिया गांव का गंगा किनारे स्थित बजरंगबली मंदिर भी नदी में कटकर समा गया। ग्रामीण नावों के सहारे आवागमन कर रहे हैं। कई परिवार अपने पशुओं को लेकर बांधों और सड़कों पर शरण लिए हुए हैं। चारे की भारी किल्लत है और लोग सत्तू खाकर जैसे-तैसे दिन गुजार रहे हैं।

 

अस्पताल, बाजार और अन्य जरूरी सुविधाओं तक पहुंचना बेहद कठिन हो गया है। अंचलाधिकारी अनुपम ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। आवश्यकता के अनुसार नावें चलाई जा रही हैं और स्वास्थ्य विभाग की ओर से राहत शिविर लगाए गए हैं। हालात गंभीर हैं और यदि पानी का स्तर और बढ़ा तो कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो सकते हैं।