दबंग इतना की एसडीएम को दे डाली जान मारने की धमकी, गिरफ्तार होते ही पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगे आरोपों

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By News Desk

 

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बिहार के मुजफ्फरपुर में एसडीएम पूर्वी को मैसेज भेजकर जान से मारने की धमकी..जदयू के पूर्व नेता ने धमकी दी. आरोपी ने एसडीएम को व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी दी. आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार..जदयू ने झाड़ा पल्ला..

बिहार चुनाव से पहले एसडीएम को धमकी से सियासी हलचल तेज हो गई है.. मुजफ्फरपुर में उस समय सनसनी फैल गई जब एसडीएम पूर्वी अमित कुमार को व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी मिली..अमित कुमार को जदयू के एक पूर्व नेता ने व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी दी है. इस घटना ने जिले के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है. धमकी मिलने के बाद एसडीएम (SDM) ने बिना देर किए सदर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को पताही से गिरफ्तार कर लिया. धमकी देने वाले की पहचान पूर्व जदयू जिला उपाध्यक्ष (महानगर किसान प्रकोष्ठ) संजीव कुमार राजन के रूप में हुई है.. अमित कुमार को मोबाइल के व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबर से मैसेज भेज कर रंगदारी की मांग की गई है विरोध करने पर छवि धूमिल करने की धमकी दी गई है.. धमकी भरा मैसेज उनको 15 अगस्त की देर शाम आसपास मिली है उस वक्त वे सरकारी कार्य पताही मन का कर रहे थे मामले को लेकर एसडीएम पूर्वी ने सदर थाना में सरकारी कार्य में बाधा डालने रंगदारी मांगने ,छवि धूमिल करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में प्राथमिक की दर्ज कराई है पुलिस मामले की गंभीरता से लेते हुए मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया..

नगर डीएसपी टू विनिता सिन्हा ने बताया कि आरोपी के किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ाव से इनकार किया है. उनका कहना है कि आरोपी का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है. प्राथमिकी में एसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने बताया है कि वह 15 अगस्त की संध्या 7:55 बजे सरकारी काम से पताही में भ्रमणशील थे. इसी दौरान उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज आया. इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है उनसे रंगदारी की मांग की गयी, धमकी दी गयी और छवि धूमिल करने की धमकी दी गयी है. धमकी मिलने के बाद उन्होंने सदर थाने में जिस मोबाइल नंबर से कॉल आया था उसके धारक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. नगर डीएसपी टू का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया. मोबाइल नंबर के धारक संजीव कुमार राजन को शुक्रवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है. उसको कोर्ट में प्रस्तुत करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

वही गिरफ्तारी के बाद जदयू नेतृत्व में इस घटना से खुद को अलग करते हुए सफाई दी कि आरोपी का अब पार्टी से कोई संबंध नहीं है जदयू के जिला स्तर के नेताओं ने बयान जारी कर कहा कि आरोपी काफी समय से पार्टी से अलग है और उनके कृत से यदि का कोई लेना देना नहीं है..

Published By -Amarjeet Kumar