रिपोर्ट-चन्दन कुमार
बांका में 11 अक्टूबर अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, बांका के बहुद्देशीय प्रशाल में विभिन्न प्रतियोगिताओं और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पदाधिकारी श्री नवदीप शुक्ला ने दीप प्रज्वलित कर किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बालिकाओं के मानवाधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है। यह दिन समाज को यह याद दिलाने का अवसर है कि लड़कियों को भी समान अवसर और निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस, बांका ने भी छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बालिकाओं का विकास ही राष्ट्र के समग्र विकास का आधार है। उन्होंने कहा कि जहां बालिकाएं सुरक्षित, शिक्षित और स्वस्थ होती हैं, वहां समाज अधिक खुशहाल होता है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पहली बार 11 अक्टूबर 2012 को मनाया गया था, जिसकी घोषणा संयुक्त राष्ट्र द्वारा 19 दिसंबर 2011 को की गई थी। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें बाल विवाह, शिक्षा से वंचन, लैंगिक भेदभाव और हिंसा जैसी चुनौतियों के प्रति जागरूक करता है।
इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता में वर्षा कुमारी (उत्क्रमित उच्च विद्यालय, लखनउरी) ने प्रथम, आलिया प्रवीण (एसएस बालिका उच्च विद्यालय, बांका) ने द्वितीय और शालिनी कुमारी (एनयूएचएस, अमरपुर) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
तीनों विजेताओं को मोमेंटो और विजेता कप से सम्मानित किया गया। मंच संचालन कर रहीं सुप्रिया श्री को भी विजेता कप देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला परियोजना प्रबंधक श्री संजय कुमार, महिला एवं बाल विकास निगम, वन स्टॉप सेंटर और जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन के कर्मी उपस्थित थे।



