बिहार की सियासत में इन दिनों जनता दल (यूनाइटेड) के दो बड़े नेताओं के बीच खुलेआम जुबानी जंग छिड़ी हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले भागलपुर से सांसद अजय मंडल और गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल आमने-सामने हैं। विवाद तब भड़का जब विधायक गोपाल मंडल ने अजय मंडल और पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव अपर्णा के रिश्तों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
इस बयान के बाद सांसद अजय मंडल ने गोपाल मंडल के खिलाफ मानहानि और चरित्र हनन का मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने अपर्णा को अपनी भांजी बताया और विधायक को आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति बताते हुए अपनी सुरक्षा की मांग की।
मामला यहीं नहीं थमा। प्रेस वार्ता कर गोपाल मंडल ने अजय मंडल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सांसद को हत्यारा, चोर, लुटेरा, डकैत, शराब माफिया और यहां तक कि एड्स पीड़ित बताया। गोपाल मंडल ने चुनौती दी कि अजय मंडल साबित करें कि वह महिला कौन है और उनके साथ क्यों रहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि अजय मंडल पहले भी हत्याएं, अफीम की खेती और रेल की पटरियों की चोरी जैसे अपराध कर चुके हैं।
गोपाल मंडल ने और भी तीखे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि वह महिला सांसद की “रखैल” है। उन्होंने दावा किया कि निजी अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक अजय मंडल को एड्स है और मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री से इसकी जांच कराने की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि इसी महिला के चलते अजय मंडल ने पहले एक पत्रकार की पिटाई की थी।
यह विवाद अब कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर तूल पकड़ रहा है। जदयू की अंदरूनी कलह न सिर्फ सार्वजनिक हो गई है बल्कि इससे पार्टी की छवि पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। आने वाले दिनों में यह टकराव और भी बढ़ सकता है।