बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र के रुपशा गांव में सोमवार की मध्य रात्रि जमीनी विवाद को लेकर दर्दनाक घटना सामने आई। गांव के 85 वर्षीय वृद्ध लालमोहन पांडे की गला दबाकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद अपराधी घर से जेवरात, नगद व जमीन के कागजात लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
मृतक के पुत्र सुभाष चंद्र पांडे ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि वह और उनका भाई किशोर चंद्र पांडे कहलगांव स्थित एनटीपीसी में कार्यरत हैं। घर पर केवल माता-पिता ही रहते थे। सोमवार रात छह की संख्या में अपराधी घर में घुस आए। शोरगुल सुनकर वृद्ध की नींद खुली और उन्होंने घुसपैठियों को पहचान लिया। इसी पर अपराधियों ने गुस्से में आकर उनका गला दबा दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
इस दौरान अपराधियों ने वृद्धा चिंता देवी के गले से सोने का हार और कान की बाली छीन ली। साथ ही घर में रखे नगद, जेवर और जमीन से जुड़े कागजात भी ले गए। वृद्धा को गमछी से बांध दिया गया था। मंगलवार सुबह ग्रामीण छोटू कुमार दूध दुहने आया तो दरवाजा खुला पाया। अंदर जाकर उसने वृद्ध को मृत देखा और शोर मचाया। इसके बाद ग्रामीण और परिजन जुट गए।
सूचना पर प्रभारी थानाध्यक्ष रवि कुमार पुलिस बल और एफएसएल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मृतक के पुत्र ने गांव के ही अनुपम चौधरी, आनंद चौधरी, अमित चौधरी, विपिन बिहारी चौधरी और कुंज बिहारी चौधरी पर हत्या का आरोप लगाया है। बताया गया कि 10 डिसमिल जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था।
थानाध्यक्ष ने बताया कि नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। वृद्ध की हत्या से परिजनों में कोहराम मचा है और पूरे गांव में मातम का माहौल है।