बांका जिला बेलहर प्रखंड अंतर्गत रांगा पंचायत के डूमरहार गांव में सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा रविवार को फूट पड़ा। “रोड नहीं तो वोट नहीं” के नारे लगाते हुए ग्रामीणों ने गांव में प्रवेश करने वाली कीचड़ युक्त कच्ची सड़क के पास खड़े होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में श्याम सुंदर तांती, पेरू तांती, महेंद्र तांती, सिकंदर तांती, नागो तांती, कोलो तांती, वकील तांती, भीम तांती, विनोद यादव, माधव यादव, सीतो पंडित, करण सिंह, कैलाश पंडित, गुरुदेव सोरेन समेत तीन दर्जन से अधिक ग्रामीण शामिल थे।
ग्रामीणों ने बताया कि वे रांगा पंचायत के वार्ड संख्या 5 के निवासी हैं और गांव में आने के लिए कांवरिया कच्ची पथ से आंगनबाड़ी केंद्र तक कोई पक्की सड़क नहीं बनी है। बरसात के दिनों में सड़क पर गहरा कीचड़ हो जाता है, जिससे स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों और आम लोगों को आवागमन में भारी परेशानी होती है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद और जिलाधिकारी तक को कई बार लिखित आवेदन दिया गया, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि यदि जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे आगामी चुनावों में वोट का बहिष्कार करेंगे।
इस संबंध में रांगा पंचायत की मुखिया दुलारी देवी ने बताया कि यह सड़क एक किलोमीटर से अधिक लंबी है, इसलिए पंचायत मद से इसका निर्माण संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण के लिए पथ निर्माण विभाग से कई बार आग्रह किया गया है और करीब आठ महीने पहले विभाग ने सर्वे भी किया था, लेकिन अब तक कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।