डेक्स रिपोर्ट -बांका।
जिला उद्योग केंद्र, बांका के तत्वावधान में सिल्क समग्र-2 योजना के तहत तसर रेशम उत्पादन, बीजागर कीटपालन एवं तसर खाद पौधा रोपण पर छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कटोरिया प्रखंड के सलैया गांव में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में कुल 39 चयनित आदिवासी कृषकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अग्र परियोजना पदाधिकारी-सह-महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र बांका श्री प्रदीप कुमार ने जानकारी दी कि प्रशिक्षण के दौरान किसानों को तसर खाद पौधा रोपण, कीटपालन और बीजागर संचालन की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र, जाल और सिकेचर का वितरण किया गया।
महाप्रबंधक ने बताया कि सरकार सिल्क समग्र-2 योजना के तहत पौधारोपण, रखरखाव और कीटपालन को बढ़ावा देने के लिए कृषकों के खातों में आरटीजीएस के माध्यम से अलग-अलग चरणों में राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान रखती है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि प्रशिक्षण के बाद विभाग से समय-समय पर तकनीकी सहयोग और वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर तकनीकी पर्यवेक्षक धर्मेंद्र कुमार, प्रशिक्षक राजू कुमार, अविनाश कुमार और संजीव कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी किसानों ने भाग लेकर तसर उत्पादन के बारे में जानकारी हासिल की।
प्रशिक्षण के अंत में प्रतिभागियों ने इस पहल को रोजगारमूलक बताते हुए इसे क्षेत्र के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया।



