बांका में बीस वर्ष पुरानी बड़ी बांध की पुलिया ध्वस्त, किसानों की बढ़ी मुश्किलें

 

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बांका के अमरपुर  प्रखंड के गरीबपुर पंचायत अंतर्गत भलुआर गांव के पास स्थित बड़ी बांध की पुलिया हाल ही में ध्वस्त हो गई, जिससे सैकड़ों किसानों की सिंचाई व्यवस्था खतरे में पड़ गई है। यह पुलिया लगभग 20 वर्ष पूर्व लघु जल संसाधन विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई थी, जिसका निर्माण वर्ष 2001-02 में किया गया था।

 

किसानों ने बताया कि चांदन नदी के घोघा बीयर से आने वाला पानी इस बांध के माध्यम से पवई, जानकीपुर, भिखनपुर, महादेवपुर सहित कई गांवों की हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई का मुख्य साधन था। लेकिन एक साल पहले पुल में दरारें और एक बड़ा होल बन गया था, जिसकी सूचना विभाग को दी गई थी। बावजूद इसके, कोई सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, और अब भारी जल प्रवाह के चलते पुल का एक हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।

 

ध्वस्त पुलिया के कारण बांध का पानी उल्टी दिशा में बहने लगा है, जिससे सिंचाई व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने की आशंका है। किसानों को अब केवल बारिश के पानी पर निर्भर रहना पड़ सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द मरम्मती कार्य नहीं हुआ तो पूरा पुल भी ढह सकता है, जिससे महादेवपुर, पवई, भिखनपुर और गरीबपुर पंचायत के सैकड़ों गांवों की खेती प्रभावित होगी।

 

ग्रामीणों ने बताया की वर्षों से ग्रामीण इस बांध पर पक्के पुल व सड़क निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। यदि यह मांग पूरी हो जाए तो ग्रामीणों को अमरपुर मुख्यालय तक पहुंचने में 12-15 किमी की जगह केवल 3-4 किमी की दूरी तय करनी होगी। उन्होंने बताया कि पिछले महीने ही खरदौरी गांव के एक किशोर की डूबने से मौत हो चुकी है, जिससे बांध आम लोगों के लिए खतरा बन गया है।

ग्रामीणों ने विभाग से ध्वस्त पुलिया की अविलंब मरम्मत और पक्के पुल-सड़क निर्माण की मांग की है।