जमुई सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था उजागर, गर्भवती महिला को पति ने गोद में उठाकर चढ़ाया दूसरी मंजिल

 

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बिहार के जमुई सदर अस्पताल की दुर्व्यवस्था एक बार फिर सामने आई है।  हवेली खड़गपुर के पुरण तुरी अपनी गंभीर रूप से बीमार, दो माह की गर्भवती पत्नी सविता देवी को गोद में उठाकर अस्पताल की दूसरी मंजिल तक ले जाने को मजबूर हो गए। वजह थी – अस्पताल में स्ट्रेचर उपलब्ध न होना।

 

जानकारी के अनुसार, सविता देवी को अचानक ब्लीडिंग की समस्या हुई, जिसके बाद परिजन उन्हें शनिवार देर शाम जमुई सदर अस्पताल लाए। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उनके शरीर में खून की भारी कमी है और तत्काल ब्लड की जरूरत है। रविवार सुबह परिजन ब्लड बैंक से ब्लड लेकर पहुंचे, लेकिन नर्सों ने उसे ठंडा बताकर घंटों इंतजार करवाया। इसी दौरान महिला की हालत गंभीर होती गई और डॉक्टरों ने पटना रेफर कर दिया।

 

परिजनों ने जब मरीज को ले जाने का प्रयास किया तो स्ट्रेचर न मिलने पर पति को पत्नी को गोद में उठाकर नीचे लाना पड़ा। बाद में परिजनों ने तय किया कि पटना पहुंचने में समय लगेगा, इसलिए ब्लड यहीं चढ़ाया जाए। इस पर पुरण तुरी फिर से पत्नी को गोद में लेकर दूसरी मंजिल पर पहुंचे।

 

पत्रकारों द्वारा पूछताछ करने पर नर्स मंजू ने लापरवाही स्वीकार की और कहा कि सुबह की ड्यूटी शोभा व नेहा की थी। वहीं नर्स शोभा ने बताया कि डॉक्टर की अनुपस्थिति में ब्लड चढ़ाना संभव नहीं था। परिजनों ने आरोप लगाया कि सुबह से ही डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थीं।

 

इस बीच अस्पताल प्रबंधक रमेश पांडे से जानकारी मिलने पर उन्होंने डॉक्टर से संपर्क कर तत्काल ब्लड चढ़ाने का निर्देश दिया। स्थानीय लोगों और परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई और आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की मांग की है।

यह घटना सदर अस्पताल की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही को स्पष्ट रूप से उजागर करती है।