बांका में शनिवार को गणतांत्रिक समाज पार्टी (जीएसपी) भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में बांका नगर भवन में एक भव्य जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं, युवाओं, पिछड़े, अति पिछड़े, दलित और पारंपरिक शिल्पकार समुदायों के लोग शामिल हुए। आयोजन ने सामाजिक न्याय, समावेशी नेतृत्व और राजनीतिक जागरूकता का नया संदेश दिया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद विश्वकर्मा ने कहा, “अब चुप रहने का समय नहीं है। सदियों की चुप्पी ने हमें श्रमिक तो बना दिया, लेकिन निर्णयकर्ता नहीं। हमारे श्रम से इस देश की नींव रखी गई है, अब सत्ता के गलियारों में भी हमारी आवाज़ गूंजनी चाहिए।” उन्होंने ऐलान किया कि जीएसपी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी।
मुकुल आनंद ने स्पष्ट किया कि पार्टी ऐसे योग्य, कर्मशील और संघर्षशील प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी जो समाज के हर तबके का प्रतिनिधित्व कर सकें। उन्होंने कहा कि अब वक्त है जब पिछड़े, अति पिछड़े, दलित, महिलाएं और पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े वर्ग सत्ता निर्माण में साझेदार बनें।
सम्मेलन में पार्टी ने बांका विधानसभा सीट से गोपाल शर्मा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया। श्री शर्मा, जो वर्तमान में पार्टी के बांका जिलाध्यक्ष हैं, ने कहा कि बांका से शुरू हुई यह राजनीतिक और सामाजिक क्रांति पूरे बिहार को नई दिशा देगी।
पटना जिला अध्यक्ष जयंत शर्मा ने कहा कि अब जनता को सिर्फ वोटर नहीं, बल्कि नीति-निर्माता बनना होगा। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता और भारतीय व्यावसायिक महासंघ के अध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार पोद्दार ने शिक्षा, स्वरोजगार और राजनीतिक चेतना को समाज सशक्तिकरण के तीन स्तंभ बताते हुए कहा कि जीएसपी इन तीनों मोर्चों पर गंभीरता से काम कर रही है।
सम्मेलन में यह भी निर्णय लिया गया कि बिहार के प्रत्येक जिले में इसी प्रकार के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे ताकि संगठन की जड़ें पंचायत स्तर तक मजबूत हों। साथ ही, नेतृत्व विकास शिविर, प्रशिक्षण कार्यक्रम और जनजागरण अभियान चलाकर पिछड़े, अति पिछड़े, दलित, महिलाएं और युवाओं को संगठनात्मक नेतृत्व में प्राथमिकता दी जाएगी।
इस अवसर पर पूर्व सांसद जनार्दन यादव, पूर्व प्रमुख विश्वबंधु संत उर्फ बमबम यादव, अबुल हाशिम, कांति शर्मा, सुभाष शर्मा, परशुराम शर्मा, अनुप शर्मा और सावन शर्मा समेत कई सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।