बिहार में फर्जी डिग्री से 10 साल सेवा, अब होगी एक-एक पैसे की वसूली: नगर परिषद सख्त

 

हमसे जुड़े

Facebook Instagram WhatsApp YouTube

रिपोर्ट- बिहार डेक्स

बिहार के खगड़िया के नगर परिषद खगड़िया में फर्जी डिग्री के आधार पर कनीय अभियंता (जेई) के पद पर वर्षों तक कार्य करने वाले रौशन कुमार के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। कार्यपालक पदाधिकारी रवि कुमार के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी संख्या 236/25 दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

जानकारी के अनुसार, वर्ष 2013 में नगर परिषद खगड़िया में जेई के रिक्त पद के लिए विज्ञापन जारी किया गया था, जिसमें रौशन कुमार ने भी आवेदन दिया था। लेकिन बोर्ड की बैठक में नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया। इसके बावजूद तत्कालीन पदाधिकारी ने नियमों को दरकिनार करते हुए 2014 में रौशन कुमार को प्रति कार्य दिवस ₹1100 के आधार पर सेवा में रख लिया।

बाद में स्थायी समिति से अनुमोदन मिलने के बाद उनकी सेवा अवधि बढ़ाई गई और ₹22,000 मासिक वेतन पर नियुक्ति दी गई। रौशन कुमार 2025 तक इस पद पर कार्यरत रहे। हाल ही में नगर सभापति अर्चना कुमारी और स्थायी समिति की अनुशंसा पर उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया।

 

सभापति अर्चना कुमारी ने कहा कि यह प्रशासन की बड़ी चूक है कि फर्जी डिग्री से नियुक्ति के बावजूद दस वर्षों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जिले के सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे ऐसे मामलों में सख्ती बरतें और जिले की सेवा व्यवस्था को दुरुस्त करने में सहयोग करें।

 

उपसभापति शबनम जबीन ने मांग की है कि रौशन कुमार की सभी संपत्तियों की जांच हो और जितनी भी अवैध कमाई की गई है, उसकी वसूली की जाए। साथ ही पूरे जिले में डिग्री सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो ताकि भविष्य में ऐसे फर्जी अधिकारी सिस्टम को नुकसान न पहुंचा सकें।