रिपोर्ट कैमूर (ब्यूरो
बिहार के कैमूर जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। भगवानपुर थाना क्षेत्र के मसई गांव में रविवार को तालाब में डूबकर दो सगे भाइयों की मौत हो गई। दोनों बच्चे एक-दूसरे को बचाने के प्रयास में अपनी जान गंवा बैठे। इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया है।
मृतकों की पहचान मसई गांव निवासी स्वर्गीय संतोष सिंह उर्फ घुरा सिंह के पुत्र 15 वर्षीय आशुतोष कुमार और 13 वर्षीय आदर्श कुमार के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि संतोष सिंह की मौत वर्ष 2014 में ही हो गई थी। दोनों बेटे ही मां के सहारे का सहारा थे, लेकिन इस हादसे में उनका भी निधन हो गया। घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव का माहौल गमगीन हो गया है।
गांव के रिश्तेदार जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गांव के पास झलखरा पहाड़ी की ओर मनरेगा विभाग द्वारा कई तालाबों की खुदाई कराई गई है। रविवार को गांव के पांच बच्चे खेलने के लिए उसी क्षेत्र में गए थे। खेलते-खेलते आशुतोष तालाब में नहाने उतर गया और गहरे पानी में डूबने लगा। छोटे भाई आदर्श ने बड़े भाई को बचाने की कोशिश में तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन दोनों गहरे पानी में डूब गए। शोरगुल मचने पर अन्य बच्चों और ग्रामीणों ने दोनों भाइयों को पानी से बाहर निकाला और भगवानपुर पीएचसी पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही भगवानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेजा गया।
इधर, घटना की सूचना पर स्थानीय विधायक एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की। मंत्री ने कहा कि मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये की सरकारी मुआवजा राशि शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह के गहरे तालाबों की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहती हैं। इस हादसे ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है और हर कोई परिवार के दुख में शामिल है।